Author name: BhagwatPuran

चरित्र संग्रह

सन्त एकनाथजी का परिचय तथा एकनाथी भगवत की जानकारी

सन्त एकनाथ जी जिन्हें आमतौर पर नाथ के नाम से जाना जाता है (जन्म: पैठन, 1533 ई.; – 1599 ई.) […]

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आरती-भजन

ॐ जय जगदीश हरे, स्वामी जय जगदीश हरे।

ॐ जय जगदीश हरे,
स्वामी जय जगदीश हरे ।
भक्त जनों के संकट,
दास जनों के संकट,
क्षण में दूर करे ॥
॥ ॐ जय जगदीश हरे..॥

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श्लोक-स्तोत्र

करारविन्दे न पदार्विन्दम – Kararvinde N Padarvindam

Govind Damodar Stotra – करारविन्देन पदारविन्दं मुखारविन्दे विनिवेशयन्तम्, वटस्य पत्रस्य पुटे शयानं बालं मुकुन्दं मनसा स्मरामि॥

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श्रीमद्‌भागवत स्कन्ध - संक्षिप्त

भागवत पुराण: द्वादश स्कन्ध विवरण

श्रीमद्भागवत महापुराण के द्वादश स्कन्ध में कलियुग के राजवंश और धर्मों का वर्णन, कलियुग के दोषों से बचने का उपाय – नाम संकीर्तन, श्रीमद्भागवत के श्रवण के पांच फल, परीक्षित द्वारा श्रीशुकदेवजी की पूजा और परीक्षित की परमगति का विवरण किया गया है।

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श्रीमद्‌भागवत स्कन्ध - संक्षिप्त

भागवत पुराण: एकादश स्कन्ध विवरण

श्रीमद्भागवत महापुराण के एकादश स्कन्ध में वैराग्य का महत्व, यदुवंश को ऋषियों का शाप, नारदजी का वसुदेवजी के पास आना, नवयोगेश्वर और निमिराजा का संवाद, माया से पार होने के उपाय, ब्रह्म और कर्मयोग का निरूपण, दत्तात्रेयजी की चौबीस गुरुओं की कथा, श्रीकृष्ण द्वारा उद्धवजी को उपदेश, श्रीउद्धवजी का बदरिकाश्रम जाना, यदुकुल का संहार एवं भगवान् का स्वधाम गमन – इनका विवरण किया गया है।

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श्रीमद्‌भागवत स्कन्ध - संक्षिप्त

भागवत पुराण: दशम स्कन्ध विवरण

श्रीमद्भागवत महापुराण के दशम स्कन्ध (पूर्वार्ध-उत्तरार्ध) में श्रीकृष्ण-कथा की महत्ता, वसुदेव-देवकी विवाह, भगवान श्रीकृष्ण का प्राकट्य, बाल लीलाएं, पूतना उद्धार, वृन्दावन लीला, गोपियों का प्रेम, गोवर्धन-धारण, रासलीला, मथुरा गमन, कंस वध, उद्धवजी की व्रज-यात्रा, गोपियों का विरह, भ्रमरगीत, जरासंध से युद्ध, द्वारिकापुरी का निर्माण, कालयवन और मुचकुन्द की कथा, रुक्मिणी हरण, प्रद्युम्न का जन्म, भौमासुर का वध, श्रीकृष्ण के विवाह, उषा-अनिरुद्ध विवाह, दिनचर्या, सुदामा चरित्र, कुरुक्षेत्र के प्रश्न, वसुदेव को ब्रह्मज्ञान, अर्जुन द्वारा सुभद्रा हरण, वेदस्तुति – सभी पौराणिक कथाओं और धार्मिक प्रसंगों का संक्षिप्त विवरण।

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श्रीमद्‌भागवत स्कन्ध - संक्षिप्त

भागवत पुराण: नवम स्कन्ध विवरण

श्रीमद्भागवत महापुराण के नवम स्कन्ध में मर्यादा और पुष्टि से काम विनाश, वैवस्वत मनु, नाभाग-अम्बरीष दुर्वासा वृत्तांत, इक्ष्वाकु और मांधाता चरित्र, सगर और भगीरथ की कथा, भगवान राम और श्रीकृष्ण की लीलाएं, श्रीरामायण के काण्डों का रहस्य, ययाति और देवयानी वृत्तांत, रतिदेव और यदुवंश का उल्लेख – सभी पौराणिक कथाओं और धार्मिक प्रसंगों का संक्षिप्त विवरण।

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श्रीमद्‌भागवत स्कन्ध - संक्षिप्त

भागवत पुराण: अष्टम स्कन्ध विवरण

श्रीमद्भागवत महापुराण के अष्टम स्कन्ध में सद्भावना, मन्वंतर, गजेन्द्र और ग्राह की कथा, समुद्र मन्थन, लक्ष्मीजी का प्राकट्य, वामन भगवान की कथा, बलि का आत्मसमर्पण और भगवान के मत्स्यावतार की कथाओं का संक्षिप्त विवरण।

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श्रीमद्‌भागवत स्कन्ध - संक्षिप्त

भागवत पुराण: सप्तम स्कन्ध विवरण

श्रीमद्भागवत महापुराण के सप्तम स्कन्ध में वासना के तीन प्रकार, नारद-युधिष्ठिर संवाद, हिरण्यकशिपु वृत्तांत, प्रह्लादजी की कथा, याज्ञवल्क्य-मैत्रेयी संवाद, नृसिंह भगवान का प्रादुर्भाव, धर्म का निरूपण, ब्रह्मचर्य और वानप्रस्थ के नियम, गृहस्थ जीवन में सदाचार और मोक्ष-धर्म – पौराणिक कथाओं और धार्मिक प्रसंगों का संक्षिप्त विवरण।

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श्रीमद्‌भागवत स्कन्ध - संक्षिप्त

भागवत पुराण: षष्ठम स्कन्ध विवरण

श्रीमद्भागवत महापुराण के षष्ठम स्कन्ध में ध्यान प्रकरण, अर्चन प्रकरण, अजामिलोपाख्यान, श्रीकृष्ण महामंत्र का अर्थ, दक्ष की आराधना, नारदजी के उपदेश, विश्वरूप का वध, नारायण कवच, दधीचि ऋषि की अस्थियों से वज्र का निर्माण, वृत्रासुर की कथा, चार प्रकार के पुत्र, अदिति और दिति की संतानें – जानें सभी पौराणिक कथाओं और धार्मिक प्रसंगों का संक्षिप्त विवरण।

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श्रीमद्‌भागवत स्कन्ध - संक्षिप्त

भागवत पुराण: पंचम स्कन्ध विवरण

श्रीमद्भागवत महापुराण के पंचम स्कन्ध में पूर्वचित्ति अप्सरा, प्रियव्रत-चरित्र, आग्नीध्र, नाभि एवं ऋषभ-चरित्र, ज्ञान की सात भूमिकाएँ, भरत-चरित्र, माया के छः रूप, सूर्यनारायण की महिमा, भरतजी की मृग-योनि और जड़भरत के रूप में पुनर्जन्म, जड़भरत और राजा रहूगण की कथा, राजा रहूगण को भरतजी का उपदेश, और भारतवर्षीय राजाओं, उपास्य देवताओं, सप्त खण्ड पृथ्वी, सप्त पाताललोकों एवं नरक लोकों का उल्लेख शामिल है।

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